चित्तौड़गढ़-गोपाल चतुर्वेदी।
चित्तौड़गढ़ में निलिया महादेव गौशाला समिति की ओर से दशहरे के अवसर पर एक नवाचार करते हुए गोवंश के गोबर से निर्मित 21 फीट के लेटे हुए रावण के पुतले का मंत्रोचार के साथ दहन किया गया। इसके बारे में जानकारी देते हुए चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने कहा कि लंकापति रावण बहुत बड़े विद्वान और पंडित थे जब श्रीराम ने लंका युद्ध में रावण को मारा था और जब लंकापति रावण मृत्यु शैया पर थे, तब राम ने अपने छोटे भाई लक्ष्मण को उसके पास गुरु ज्ञान लेने के लिए भेजा था तो ऐसे प्रखर पंडित रावण का आज गोवंश के गोबर से बने 21 फीट लंबे रावण के पुतले  का विधि-विधान और मंत्रोचार के साथ दहन किया गया है। उन्होंने बताया कि पौराणिक परंपराओं के अनुसार रावण को कभी भी खड़ा करके नहीं जलाना चाहिए। उन्होंने एक प्रण भी लिया की जिस किसी भी जगह पर खड़े रावण का दहन होगा वह उस कार्यक्रम में भाग नहीं लेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि वह देश भर में रावण को लेटा कर दहन करने के बारे में एक मुहिम चलाएंगे जिसके लिए वह देश के सभी सांसदों को पत्र लिखकर अवगत कराएंगे।