जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कांग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी से 10 जनपथ पहुंच मुलाकात की। इस दौरान केसी वेणुगोपाल भी वहां मौजूद रहे। इस दौरान गहलोत अपने साथ कागजों का एक पुलिंदा लेकर भी गए। माना जा रहा है कि वे हाल ही में हुए घटनाक्रम के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों के सबूत लेकर गए थे जो उन्होने सोनिया और वेणुगोपाल को दिखाए। सोनिया गांधी से मुलाकात करने के बाद सीएम गहलोत ने मीडिया से रू-ब-रू होते हुए कहा कि दो दिन पहले हुए जयपुर घटनाक्रम ने उन्हें हिलाकर रख दिया है। यह दुखद घटना रही, जिसके लिए मैं स्वयं जिम्मेदार हूं और इसके लिए मैंने सोनिया गांधी से माफी भी मांगी है। अशोक गहलोत ने कहा कि सीएम पद के लिए एक लाइन का प्रस्ताव नहीं पास करा पाने के लिए विधायक दल का नेता होने के नाते मैं जिम्मेदार हूं। इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मैंने फैसला किया है कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ूंगा। वहीं सीएम बने रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका फैसला सोनिया गांधी करेंगी। गहलोत ने कहा कि मैं कांग्रेस का वफादार सिपाही हूं, लेकिन राजस्थान के घटनाक्रम से गलत संदेश गया है। जिससे इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में आलाकमान के हर फैसले को मानने के लिए तैयार हूं।