जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट मंगलवार को दिल्ली पहुंच गए हैं। इससे पहले पायलट ने एक व्यक्ति एक पोस्ट वाले सिद्धांत की वकालत की है। इस बीच समाचार एजेंसी ANI ने ट्वीट कर पायलट के हवाले से एक फर्क न्यूज़ चला दी जिसे सभी न्यूज़ चैनलों ने भी चलाया। इस ट्वीट के अनुसार पायलट ने कहा कि अगर गहलोत अध्यक्ष पद का नामांकन भरते हैं तो उन्हें सीएम पद छोड़ना होगा और सभी विधायकों को साथ लेना होगा। लेकिन पायलट ने इसका खंडन कर दिया है। ANI के सूत्रों की मानें तो कांग्रेस विधायक सचिन पायलट अपने समर्थित विधायकों के अलावा अन्य विधायकों के लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने आगे अपने समर्थकों से आलाकमान के फैसले का इंतजार करने को कहा है। इससे पहले कांग्रेस आलाकमान ने पायलट को खुद के समर्थन में विधायकों का समर्थन जुटाने को कहा तज जिसमें वे फेल हो गए। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि पायलट को आलाकमान ने तालाब किया है या वे अपनी स्थिति भांपने दिल्ली गए हैं। वैसे सोमवार को पूर्व नेता प्रतिपक्ष डूडी के दिल्ली में होने की खबरों ने प्रदेश की जाट लॉबी के सक्रिय होने का प्रमाण दे दिया है और यह पायलट के लिए अच्छी खबर नहीं है। बहरहाल अपने 20-22 समर्थक विधायकों को चुप रहने की नसीहत दे कर पायलट दिल्ली में अपना राजनीतिक भविष्य तलाश रहे हैं।