जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान कांग्रेस में चल रही उठापटक के बीच संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर पायलट गुट और कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिव पर लगाए आरोपों का जवाब देते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि जो रविवार को बैठक की गई, वो नेतृत्व के खिलाफ की गई थी। चौधरी ने कहा कि इतना कुछ हो रहा था। उस समय अशोक गहलोत कहां थे? उनकी भी जिम्मेदारी थी। लेकिन उन्होंने क्या किया। केंद्रीय नेतृत्व सब देख रहा है। क्या अशोक गहलोत को अब भी राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरना चाहिए। इस सवाल पर उन्होंने कहा कि कल जो एपिसोड हुआ है, उसमें सबसे ज्यादा जिम्मेदारी उनकी है, क्योंकि वे मुख्यमंत्री हैं। उस समय नैतिकता कहां गई थी। जहां पर सब उनसे पूछकर केंद्रीय ऑब्जर्वर आए थे और वहां पर मुख्यमंत्री जी अपने पार्लियामेंट अफेयर्स मिनिस्टर को भी कुछ नहीं कह रहे हैं, यह सब क्या है? चौधरी ने कहा कि पार्टी का जो चीफ व्हिप होता है, वह बिना मुख्यमंत्री के कहने पर कुछ नहीं करता है। चौधरी ने कहा कि इस पूरे प्रकरण को लेकर अजय माकन और मल्लिकार्जुन जो रिपोर्ट देंगे, उस पर कार्रवाई होगी। यह हमारी मांग है। प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि जब सचिन पायलट और अन्य विधायकों ने 2 साल पहले अपनी बात रखने के लिए एक जगह चुनी थी, उसे बगावत कहा जा रहा है, तो कल क्या था? उसे पीठ में छुरा भोंकना बताया जा रहा है, तो कल क्या था? शांति धारीवाल द्वारा अजय माकन पर लगाए गए आरोपों की आलोचना करते हुए कहा कि यह बिल्कुल गलत है। अजय माकन किसी एजेंडा के साथ में आए थे। वे आलाकमान के कहने पर रायशुमारी करने आए थे। लेकिन विधायकों को रोका गया। उन्हें मिलने नहीं दिया गया और शर्तें थोपी गई। मंत्री-विधायकों ने केंद्रीय नेतृत्व की अवज्ञा की है।