जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अखिल भारतीय कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर सीएम अशोक गहलोत के इनकार करने पर इशारों में कहा, 'जो हाईकमान कहेगा, वह निर्देश सब नेताओं को मानना होगा। राजनीति में जो होता है, वह दिखता नहीं है और जो दिखता है, वो होता नहीं।' उन्होंने प्रदेश में बढ़ते क्राइम और छात्रसंघ चुनावों में कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई की हार पर भी सवाल उठाए। पायलट बुधवार को जयपुर में अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर गहलोत सहित कई नेताओं के मना करने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'जैसा पहले भी किसी ने कहा कि राजनीति में जो होता है, वह दिखता नहीं। जो दिखता है, वो होता नहीं। इसलिए अफवाहों पर नहीं जाना चाहिए और इंतजार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव घोषित हो चुका है। 22 को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा। जो है, वो सामने आ जाएगा। हम सब चाहे अपने लिए बोलें या दूसरों के लिए। जो पार्टी का निर्देश हुआ, हम सब ने पूरी लगन और ईमानदारी से उसका पालन किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के तमाम नेता कई बार इस बारे में बोल चुके हैं।' पायलट ने कहा, 'एनसीआरबी की रिपोर्ट मैंने भी वह रिपोर्ट देखी है। अपराध बढ़ना बहुत चिंताजनक है। दलित,आदिवासी महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं बढ़ना चिंताजनक है। एससी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया जाना चाहिए। अनेक राज्यों में एससी आयोग को संवैधानिक दर्जा मिला हुआ है। पायलट ने कहा कि 'छात्रसंघ चुनाव जो हुए हैं, उनमें रिजल्ट अनुकूल नहीं रहा है। इस पर पार्टी में चर्चा हो की कमी कहां रह गई? चार साल के सरकार के कार्यकाल के कामकाज को लेकर युवाओं में गए कि नहीं। नौजवानों की उम्मीदों को कितना पूरा कर पाए हैं ? उन्होंने कहा कि 14 यूनिवर्सिटी में कांग्रेस के छात्र संगठन को सफलता नहीं मिली। हम युवाओं की उम्मीद को कैसे पूरा करें, इस पर चिंतन होना चाहिए कि हम क्यों नहीं जीत पाए? युवा हमारे भविष्य की उम्मीद है। इन रिजल्ट पर संगठन और सरकार को मिलकर काम करना चाहिए।'