नागौर ब्यूरो रिपोर्ट।
राज्य के राजस्व मंत्री रामलाल जाट की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में राजस्व संबंधी कार्यो की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। राजस्व मंत्री जाट ने सभी अधिकारियों को विभिन्न स्तर पर लंबित प्रकरणों का त्वरित निस्तारण करने की बात कही। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकरण का निचले स्तर पर निस्तारण महत्वपूर्ण है आमजन का अपने कार्यो के लिए भटकना बेहद पीड़ादायक होता है इसलिए सभी अधिकारी मानवीय पहलू को ध्यान में रखते हुए संवेदनशीलता के साथ विभिन्न राजस्व प्रकरणों का त्वरित निस्तारण करें और जिन मामलों में स्वयं प्रशासन द्वारा पहल की जा कर निस्तारण किया जाना है तो वो भी किया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को रास्ता खोलने के प्रकरणों में नियत समय में मौका दिखवाकर प्रकरण निस्तारित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा किसी भी प्रकरण में लिया गया तुरंत एक्शन आमजन का व्यवस्थाओं के प्रति भरोसा बढ़ाता है। उन्होंने विरासत के खाते खोलने में तुरंत कारवाई करने के लिए निर्देशित किया  साथ ही कहा कि उपखंड अधिकारी, विकास अधिकारी, तहसीलदार आपसी समन्वय से कार्य कर आमजन को राहत पहुंचाना सुनिश्चित करें। इस दौरान राजस्व मंत्री ने म्यूटेशन, रास्ता खोलने के प्रकरण, बजट घोषणाओं के लम्बित प्रकरण सहित विभिन्न राजस्व प्रकरणों की समीक्षा की ओर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। वहीं बंजर भूमि एवं चारागाह विकास बोर्ड के अध्यक्ष संदीप सिंह चौधरी ने जिले की समस्त तहसीलों में स्थित बंजर एवं चारागाह भूमि की समीक्षा करते हुए पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायत स्तर पर बंजर भूमि एवं चारागाह विकास समितियों के गठन एवं इनके कार्यकलापो पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने त्रि-स्तरीय समितियों द्वारा चिन्हित बंजर एवं चारागाह भूमि पर अतिक्रमणों की वर्तमान स्थिति एवं इन भूमियों को अतिक्रमण मुक्त करने के संबंध में आ रही बाधाओं को दूर करने एवं जिले में चालू वित्तीय वर्ष में चारागाह विकास हेतु स्वीत कार्य एवं चारागाह विकास हेतु प्रस्तावित कार्य की योजना बनाकर जिले में चिन्हित बंजर एवं चारागाह भूमि पर महात्मा गाँधी नरेगा एवं अन्य संबंधित विभागों के अभिसरण से रतनजोत, करंज, महुआ एवं अन्य तैलीय पौधों का पौधारोपण कर निर्धारित लक्ष्यों के संबंध में आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। बैठक के अंत में जिला कलेक्टर पीयूष समारिया ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।