जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत 12 अगस्त को सुबह 10.15 बजे राज्य के सभी विद्यालयों में 9वीं से 12वीं तक के बच्चे एक साथ देशभक्ति गीतों का गायन करेंगे। शर्मा ने शासन सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हो रही कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में यह बात कही। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी में देश भक्ति का भाव संचार करने के लिए तथा आजादी की महत्ता को समझाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा यह अनूठी पहल की गई है।  उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि  इस कार्यक्रम को राष्ट्रभक्ति के उत्सव के तौर पर मनाया जाए साथ ही इसमें अधिक से अधिक बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। शर्मा ने कहा कि कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए राज्य स्तरीय संचालन समिति तथा राज्य स्तर पर नोडल अधिकारी भी नियुक्त किये गए है। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के. गोयल ने कार्यक्रम की रूपरेखा, उद्देश्य तथा क्रियान्वित पर चर्चा करते हुए बताया कि 12 अगस्त को राज्य, जिला, ब्लॉक स्तर तथा सभी विद्यालयों में सुबह 10:15 बजे एक साथ 6 देशभक्ति गीतों का गायन होगा।  इस अवसर पर माध्यमिक शिक्षा के निदेशक गौरव अग्रवाल तथा शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री निशुल्क निरोगी राजस्थान तथा चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना  की लगातार मॉनिटरिंग की जाए।
उषा शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री निशुल्क निरोगी राजस्थान योजना तथा चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की लगातार मॉनिटरिंग जाए। उन्होंने कहा कि यह दोनों योजना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से हैं तथा इन योजनाओं के क्रियान्वयन में राजस्थान पूरे देश में एक मॉडल राज्य है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री निशुल्क निरोगी राजस्थान योजना के तहत  दवाओं आपूर्ति में कमी नहीं होनी चाहिए। बैठक में दवाइयों की सभी संस्थानों पर उपलब्धता, अस्पतालों में योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए जन आधार की अनिवार्यता, एक्टिव एवं इन एक्टिव डीडीसी सहित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गयी। इस अवसर पर प्रमुख शासन सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री वैभव गालरिया, सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ पृथ्वीराज भी मौजूद थे।
बजट घोषणा के लंबित प्रोजेक्ट के लिए शीघ्र भूमि आवंटन करें।
शर्मा ने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए कि सार्वजनिक निर्माण विभाग के गत बजट घोषणा के लंबित प्रोजेक्टों पर शीघ्र भूमि आवंटन करें। बैठक में विभाग की जिलों में विभिन्न प्रोजेक्ट के तहत भूमि अधिगृहण,  डीएलपी अवधि में रोड मरम्मत, रेट कन्ट्रेक्ट स्टेट्रजी के तहत प्रस्तावित रोड रिपेयर प्लान पर भी चर्चा की गई। प्रमुख शासन सचिव सार्वजनिक निर्माण विभाग नवीन महाजन ने एजेंडे का प्रस्तुतिकरण दिया।
बाढ़ प्रबंधन का प्लान बनाया।
शर्मा ने कहा कि सभी कलेक्टर अपने जिले में मौसम की पूर्वानुमान प्राप्त कर बाढ़ प्रबंधन का प्लान बनाएं जिससे अधिक वर्षा से किसी भी तरह की दुर्घटना को रोका जा सकें। उन्होंने कहा कि कलेक्टर्स पानी भराव वाले जगहों को पहचान कर प्रभावित लोगों को वहां से हटाएं। साथ ही वहां पर खाद्य सामग्री, नावों तथा अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाई जाए। शर्मा ने कहा कि दुर्घटना से प्रभावित लोगों को अतिशीघ्र सहायता राशि उपलब्ध करवाई जाए। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह, अभय कुमार ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये। 
मुख्यमंत्री सर्विस डिलीवरी सिस्टम को लगातार अपडेट करें।
मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री सर्विस डिलीवरी सिस्टम राज्य सरकार की प्रमुख योजनाएं, नवाचार तथा कार्यक्रमों की मॉनीटरिंग के लिए अच्छी टूल है। इन्होंने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए कि इस सिस्टम पर वे अपने जिले की बजट लंबित घोषणाओं की स्थिति तथा सभी कार्यक्रमों की क्रियान्विति को अपडेट तथा मॉनीटरिंग करते रहें। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव गौरव गोयल ने मुख्यमंत्री सर्विस डिलीवरी सिस्टम का प्रस्तुतिकरण दिया।
जिलों द्वारा सुशासन हेतु नवाचार।
बैठक में जिला कलेक्टर जयपुर, अलवर, दौसा, तथा झुझुंनूं के कलेक्टर्स ने सुशासन हेतु नवाचार पर प्रस्तुतीकरण दिया। जयपुर कलेक्टर ने सिंगल यूज प्लास्टिक को उपयोग में नहीं लाने के लिए आमजन को शिक्षित करना, सामाजिक सुरक्षा से संबंधित विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत लाभान्वित करने पर प्रस्तुतिकरण दिया। दौसा कलेक्टर द्वारा सुरक्षा, आत्मविश्वास निर्माण, शिक्षा, कुपोषण एवं कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से बालिकाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण के नवाचार के संबंध के प्रस्तुतिकरण दिया गया। इसी तरह अलवर, तथा झुंझुनू कलेक्टर द्वारा किए गए नवाचारों पर भी बैठक में चर्चा की गई। मुख्य सचिव ने इन कलेक्टर्स द्वारा द्वारा किए गए सभी नवाचारों की तारीफ की तथा अधिक से अधिक इसी तरह के नवाचार करने के लिए प्रेरित किया।