कोटा-हंसपाल यादव।
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया की कोटा सीए ब्रांच की ओर से सीए स्टूडेंट्स एवं सीए मेंबर्स के लिए सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें सीए स्टूडेंट्स के लिए लाई गई नई एजुकेशन स्कीम के बारे में विस्तृत चर्चा की गई। कोटा सीए ब्रांच के चेयरमैन सीए शशांक गर्ग ने बताया कि सेमिनार में जयपुर से सीए लोकेश कासट एवं सीए आकाश बरगोती ने आईसीएआई के द्वारा सीए स्टूडेंट्स के लिए लाई गई नई एजुकेशन स्कीम के बारे में जानकारी प्रदान की एवं सीए स्टूडेंट्स और सीए सदस्यों के सवालों के जवाब दिए। सीए लोकेश कासट ने कहा कि आईसीएआई प्रति 10 वर्ष में पाठ्यक्रम में बदलाव करता रहता है परंतु इस बार 7 वर्ष में ही प्रस्तावित है और यह प्रस्ताव अगले 10-20 साल की दिशा तय करेंगे। देश ही नहीं विश्व में भारतीय सीए गुणवत्ता के साथ अपनी सेवाएं दे सके इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर प्रस्ताव दिए गए हैं। आईसीएआई का ध्यान सीए के स्पेशलाइजेशन पर ज्यादा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में भी कई बदलाव प्रस्तावित है, जिसमें आर्टिकलशिप की अवधि को 3 वर्ष से घटाकर 2 वर्ष कर दिया गया है। अभी इंटरमीडिएट और फाइनल में 8 पेपर होते हैं अब 6 ही पेपर होंगे। प्रैक्टिस करने के लिए सीए को 1 वर्ष की अतिरिक्त आर्टिकलशिप करनी होगी। सीआईआरसी सचिव सीए लोकेश माहेश्वरी एवं कोटा सीए ब्रांच के चेयरमैन सीए शशांक गर्ग ने कहा कि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने इंटरनेशनल स्टैंडर्ड्स को ध्यान में रखते हुए एक व्यापक पाठ्यक्रम विकसित करने और तकनीकी लाभों का लाभ उठाने के अपने प्रयासों में, आईसीएआई ‘शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए नई योजना’ शुरू करने के लिए तैयार है। नया सीए पाठ्यक्रम विश्व स्तर पर प्रासंगिक होगा। सेमिनार का संचालन सिकासा चेयरमैन सीए प्रकाश चौधरी द्वारा किया गया। सेमिनार में 200 के लगभग सीए स्टूडेंट्स एवं सीए मेंबर्स उपस्थित रहे। सेमिनार में  सीआईआरसी सचिव सीए लोकेश माहेश्वरी, कोटा सीए ब्रांच के सचिव सीए सुरेंद्र मित्तल, वाइस चेयरमैन सीए रोहित पाटोदी, सीए नीरज जैन, सीए स्वाति भावनानी, कोषाध्यक्ष सीए पंकज दाधीच, सीए अरविन्द जैन, सीए आशीष व्यास व सीए नीतू खंडेलवाल आदि सीए उपस्थित रहे।