जैसलमेर-मनीष व्यास।
जिला कलेक्टर डॉ प्रतिभा सिंह ने पेयजल एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति को सुचारू रूप से बनाए रखकर जिले में पेयजल आपूर्ति को सही रखे एवं लोगों को समय पर पीने का पानी उपलब्ध करावे। उन्होंने अधीक्षण अभियंता जलदाय को निर्देश दिए कि वे कंन्टीजेन्सी प्लान में स्वीकृत नलकूप जो खोदने से बकाया रह गए है, उनको भी शीघ्र ही खोदकर चालू करावे ताकि लोगों को पीने के पानी की सुविधा ओर बेहतर मिले। जिला कलक्टर डॉ. सिंह ने सोमवार को जिला कलक्ट्री सभाकक्ष में आयोजित विभागीय गतिविधियों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्देश दिए। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद डॉ. टी. शुभमंगला, अतिरिक्त जिला कलक्टर दाताराम, युआईटी सचिव सुनिता चौधरी, सहायक निदेशक लोक सेवाएं सांवरमल रेगर, के साथ ही विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। 
नलकूप खोदने की कार्यवाही शीघ्र करावें।
जिला कलक्टर ने कंटीजेन्सी प्लान एवं टेंकरों से हो रहे पेयजल परिवहन की समीक्षा की। इस संबंध में अधीक्षण अभियन्ता जलदाय दिनेश नागोरी ने बताया कि कंटिजेन्सी प्लान में 42 हेण्डपम्प स्वीकृत थे, वे पूरे ही खोद दिए गए है, वहीं 41 स्वीकृत नलकूपों में से 31 नलकूप खोद दिए है एवं उनके कमीशन का कार्य चल रहा है। उन्होंने बताया कि शेष रहे नलकूपों को 15 दिवस में खुदवाने की कार्यवाही कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि मांग के अनुरूप टेंकरों से पेयजल परिवहन कर लोगों को पीने का पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।

जीएसएस के निर्माण कार्यों में लाएं गति।
जिला कलक्टर ने बैठक के दौरान जीएसएस निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की तो अधीक्षण अभियंता विद्युत जे.आर. चौधरी ने बताया कि स्वीकृत 24 में से 6 जीएसएस का कार्य पूर्ण हो चुका है, वहीं नाचना, लखमणा व मोढ़ा के जीएसएस का कार्य 31 मई को पूर्ण कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि सोजियों की ढ़ाणी, डांगरी, भीमसर, देउंगा फांटा उप विद्युत चौकियों को चालू कर दिया गया है एवं इससे क्षेत्र में पर्याप्त विद्युत वॉल्टेज मिलेगा। उन्होंने बताया कि जलदाय विभाग के 3 फेस के 18 व सिंगल फेस के 13 विद्युत कनेक्शन कर दिए गए है।

सम्पर्क पोर्टल में दर्ज प्रकरणों को समय पर करें निस्तारित।
जिला कलक्टर ने सम्पर्क पोर्टल में दर्ज प्रकरणों की समीक्षा करते हुए जिन विभागों के अधिक संख्या में प्रकरण थे उनको निर्देश दिए कि वे समय सीमा में गुणवता के साथ प्रकरणों का निस्तारण कर परिवादी को राहत दे। उन्होंने अधिकारियों को इसके प्रति गम्भीर रहने एवं समय पर प्रकरणों का निस्तारण करने पर विशेष जोर दिया।

इनकी की सराहना।
जिला कलक्टर ने अधीक्षण अभियंता जलदाय दिनेश नागौरी एवं उनकी पूरी टीम द्वारा नहरबंदी के दौरान किए गए अच्छे पेयजल प्रबन्धन की सराहना की एवं कहा कि नहरबंदी में हर स्तर पर पेयजल आपूर्ति की प्रभावी मॉनिटरिंग होने से आमजन को समय पर पीने का पानी मिला है। 

बजट घोषणाओं में भूमि आवंटन की समय पर हो कार्यवाही।
जिला कलक्टर ने मुख्यमंत्री बजट घोषणाओं में भूमि आवंटन की कार्यवाही की प्रगति की समीक्षा करते हुए बताया कि 40 घोषणाओं में से 29 घोषणाओं में भूमि आवंटन की कार्यवाही हो चुकी है। उन्होंने शेष रहे भूमि आवंटन के मामले मे सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शीघ्र ही भूमि आवंटन की कार्यवाही करावे।

पशुओं में फैली लम्पी बीमारी की स्थिति नियंत्रण में।
जिला कलक्टर ने पशुओं में फैली लम्पी बीमारी के उपचार की समीक्षा की। संयुक्त निदेशक पशुपालन ने बताया कि जिले में 1 लाख 72 हजार पशुओं का सर्वे किया गया, जिसमे से 6 हजार 113 पशु लम्पी बीमारी से ग्रसित पाए गए एवं पशु चिकित्सक टीमों द्वारा 5 हजार से अधिक पशुओं का उपचार भी किया गया एवं जिसमें से 4 हजार 47 पशु ठीक भी हो गए। उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर के मार्गदर्शन में टीमों ने ग्रामीण अंचलों में इस बीमारी के रोकथाम के लिए पुख्ता प्रबन्धन किए हैं। उन्होंने बताया कि पशुओं के उपचार के लिए 5 लाख में से 3 लाख रुपये की दवाईयां भी खरीद ली गई है एवं सभी पशु चिकित्सा केन्द्रों पर दवाईयों की उपलब्धता है।

ये थे उपस्थित
बैठक में अधीक्षण अभियंता जलदाय दिनेश नागौरी, विद्युत जे.आर. चौधरी, पीडब्ल्यूडी हरिसिंह राठौड़, उपनिदेशक कृषि विस्तार राधेश्याम नारवाल, आयुक्त नगर परिषद शशिकांत शर्मा के साथ ही विभागीय अधिकारी उपस्थित थे एवं विभागीय गतिविधियों पर प्रकाश डाला।