जैसलमेर-मनीष व्यास।
जिला कलक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह ने बताया कि जिले में 30 मार्च से शुरु हुई नहरबंदी लगभग 60 दिन से भी अधिक रही लेकिन पेयजल के पर्याप्त भण्डार, पेयजल प्रबन्धन एवं जलदाय विभाग के अधिकारियों द्वारा की गई पेयजल आपूर्ति के कारण जिले वासियों को इस भीषण गर्मी में समय पर पीने का पानी मिला, वहीं पशुधन के लिए भी पानी की समुचित व्यवस्था रही। अल्पसंख्यक मामलात्, वक्फ, उपनिवेशन मंत्री शाले मोहम्मद एवं जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदे के निर्देशों में भी पेयजल आपूर्ति को सुचारू रूप से बनाएं रखने में पूरा सम्बल मिला एवं इनके निर्देशों पर जहां भी पानी की मांग आई वहां पर पेयजल आपूर्ति पर लोगों को समय पर पीने का पानी उपलब्ध कराया गया। इस प्रकार नहरबंदी के दौरान पेयजल आपूर्ति सुचारू रहने से लोगों को पीने के पानी की समस्या बहुत ही कम रही।

नहर में आया पानी।
जिला कलक्टर डॉ. सिंह ने बताया कि नाचना में रविवार को सांय पानी आ गया है एवं सोमवार सांय तक 1458 आरडी मोहनगढ़ में पानी आपूर्ति हो जाएगी। जिला कलक्टर डॉ. सिंह ने बताया कि नहरबंदी के दौरान पोकरण फलसूण्ड पेयजल परियोजना भण्डारण, मोहनगढ़ जलाशय, जलदाय विभाग की 252 डिग्गियों व नहर के पोडिंग में पीने का पानी पर्याप्त मात्रा में भण्डारण एवं नियमित मॉनिटरिंग का यह परिणाम रहा है कि इस दौरान शहरी क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण अंचलों में पेयजल आपूर्ति सुचारू की जाकर पीने का पानी आमजन को समय पर उपलब्ध कराया गया। उन्होंने बताया कि जिले के 14 अंतिम छोर के गांवों के साथ ही दूरस्थ ढ़ाणियों में उनकी मांग के अनुरूप टेंकरों से पेयजल परिवहन कर लोगों एवं पशुधन के लिए पानी उपलब्ध कराया गया।

प्रभावी पेयजल प्रबन्धन मॉनिटरिंग रही उपयोगी।
जिला कलक्टर ने बताया कि पेयजल आपूर्ति की जिला स्तर पर प्रति सप्ताह सोमवार की साप्ताहिक बैठक के साथ ही उपखण्ड स्तर पर पेयजल आपूर्ति की प्रभारी मॉनिटरिंग की गई जिसका भी अच्छा परिणाम आया। उन्होंने बताया कि आमजन को जिला मुख्यालय पर पानी की समस्या के लिए नहीं आना पड़े इसके लिए जिला मुख्यालय, उपखण्ड स्तर व जलदाय विभाग स्तर पर नियंत्रण कक्ष का प्रभावी संचालन किया जाकर उनके वहां पानी के सम्बन्ध में जहां से भी समस्या बताई गई उनका समय पर निराकरण करवाया गया एवं पेयजल के अधिकारियों द्वारा पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से की जाकर लोगों को राहत दी गई।

हर स्तर पर पेयजल आपूर्ति को दी प्राथमिकता।
नहरबंदी के दौरान पेयजल आपूर्ति व्यवस्था को हर स्तर पर सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई एवं यहां तक की किसी भी व्यक्ति द्वारा जिला कलक्टर को मोबाईल से फोन करने पर उनके द्वारा पानी के सम्बन्ध में बतायी गई समस्या का हाथोहाथ अधीक्षण अभियंता जलदाय को सूचित किया जाकर पेयजल आपूर्ति का समाधान करवाया गया। यहां तक की पानी की समस्या को लेकर लोगों को जिला मुख्यालय पर नहीं के बराबर आना पड़ा, वहीं शहरी क्षेत्र की पेयजल आपूर्ति भी सुचारू रही।

पेयजल भण्डारण के सुरक्षा के रहे पुख्ता प्रबन्ध।
जिला कलक्टर ने बताया कि नहरी क्षेत्र में नहरबंदी के दौरान पानी भण्डार की सुरक्षा के लिए भी जिला प्रशासन के निर्देशन में पुख्ता प्रबन्ध किए गए एवं नहर विभाग द्वारा जहां पानी की पोडिंग की गई वहां पर आरएसी की टुकड़ी के जवानों द्वारा प्रभावी पेट्रोलिंग की जाकर पानी की चोरी बिल्कुल नहीं होने दी एवं यह पानी पीने के लिए पूरा काम आया।

आमजन का जताया आभार।
उन्होंने बताया कि जैसलमेर व पोकरण शहरी क्षेत्रों में भी जोन बनाकर नहरबंदी के दौरान पानी की आपूर्ति की गई जिससे शहरी क्षेत्र में भी लोगों को पीने के पानी की समस्या नहीं रही। उन्होंने बताया कि नहरबंदी बढ़ने के कारण शटडाउन भी लेना पड़ा, लेकिन आमजन ने भी इस दौरान पानी का कम उपयोग कर नहरबंदी में जिला प्रशासन व पेयजल विभाग को पूरा सहयोग दिया गया। जिला कलक्टर ने इस सहयोग के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ ही आमजन के प्रति तहेदिल से आभार जताया एवं कहा कि इस विपरित स्थिति मे सभी के सहयोग से जिले में पेयजल का प्रबन्धन सराहनीय रहा।

पेयजल अधिकारियों के प्रबन्धन को सराहा।
उन्होंने पेयजल विभाग के अधिकारियों द्वारा नहरबंदी के दौरान पेयजल आपूर्ति के प्रति की गई व्यवस्थाओं की भी सराहना की एवं कहा कि उन्होंने अंतिम छोर के गांवों एवं दूरस्थ ढ़ाणियों में टेंकरों से पेयजल परिवहन कर भीषण गर्मी में लोगों को समय पर पानी उपलब्ध कराया गया।