चित्तौड़गढ़-गोपाल चतुर्वेदी।
चित्तौड़गढ़ जिले में धीरे धीरे जंगलों की कटाई होने के साथ वन क्षेत्र कम पढ़ता जा रहा है। ऐसे में अब जंगली जानवरों का क्षेत्र भी छोटा होता जा रहा है। इसी के चलते अब लगातार जंगली जानवर का शहरी क्षेत्रों में मूवमेंट देखा जा रहा है। ऐसा ही वाकया बीती रात चित्तौड़गढ़ जिले के भदेसर तहसील के नाहरगढ़ क्षेत्र के भेरू खेड़ा गांव में देखने को मिला जिसमें खेत पर सो रहे 5 वर्षीय बालक पर पैथर झपट्टा मारकर उसे ले गया। वहीं ग्रामीणों की सजगता के चलते पैंथर के कुछ ही दूरी पर जाने के बाद बच्चे को पैंथर से मुक्त कराया। गंभीर घायल अवस्था में 5 वर्षीय बालक को देर रात्रि जिला राजकीय चिकित्सालय लाया गया जहां पर उसका उपचार जारी है। जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिले में के कई क्षेत्रों में लगातार इन दिनों पैंथर की मूवमेंट देखने को मिल रही है। ऐसा ही एक वाकया बीती रात नाहरगढ़ के भेरु खेड़ा क्षेत्र में देखने को मिला जहां पर खेत पर सोए भील परिवार पर पैंथर ने आक्रमण किया और पलंग पर सो रहे 5 वर्षीय कमलेश भील को उठाकर ले गया। सामने से आ रहे कुछ ग्रामीणों ने इस नजारे को देखकर हिम्मत दिखाते हुए 5 वर्षीय बालक को पैंथर के चुंगल से बचाने में कामयाबी हासिल की इसके पश्चात कमलेश को गंभीर हालत में देर रात जिला राजकीय चिकित्सालय लाया गया, जहां पर उसकी हालत अभी भी स्थिर बनी हुई है। इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए प्रत्यक्षदर्शी राजू भील ने बताया कि देर रात्रि पूरा परिवार खेत पर सो रहा था कि अचानक से लाइट बंद होने के बाद पैंथर का मूवमेंट देखने को मिला और पेंथर पलंग पर सो रहे 5 वर्षीय बालक को उठाकर ले गया। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में लगातार जंगली जानवरों की आवाजाही बनी रहती है जिसके चलते क्षेत्र वासियों में दहशत का माहौल है।