जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों को राज्यसभा चुनाव में नामांकन करवाने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर एक बार फिर हॉर्स ट्रेडिंग का प्रयास करने के आरोप लगाए हैं। साथ ही गहलोत ने कहा कि जब भाजपा ने पिछली बार हमारी सरकार गिराने का षड़यंत्र किया और हम 34 दिन तक होटलों में बंद रहे, तो निर्दलीय विधायकों के साथ ही बीटीपी, माकपा और आरएलडी के विधायक 35-35 करोड़ तक का लालच छोड़कर हमारे साथ खड़े रहे थे। अब उन्हें भाजपा क्या खरीद सकेगी? गहलोत ने कहा कि सरकार बचाने में हमारे साथ खड़े रहे विधायक तो अब भी हमारे साथ हैं, लेकिन अब उन विधायकों के साथ ही वह 19 विधायक भी साथ हैं। जिन्हें भाजपा गुमराह कर अपने साथ ले गई थी। ऐसे में भाजपा के हॉर्स ट्रेडिंग का सपना केवल सपना बनकर रह जाएगा।गहलोत ने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी के तीनों उम्मीदवार चुनाव जीतेंगे और सुभाष चंद्रा के साथ भाजपा वही करेगी जो 15 साल पहले निर्दलीय उम्मीदवार अनिल भक्कड़ के साथ किया था। गहलोत ने कहा कि 15 साल पहले भी भाजपा ने निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थन में हस्ताक्षर किए थे और बाद में आधी रात को अपना समर्थन वापस लिया था। अब एक बार फिर सुभाष चंद्रा को खड़ा किया है जबकि भाजपा को पता है कि इनके पास पूरे वोट नहीं हैं। गहलोत ने कहा कि अब भाजपा हॉर्स ट्रेडिंग के जरिए प्रदेश का माहौल खराब करना चाहती है, लेकिन हमें उम्मीद है कि हमारी सरकार बचाने वाले निर्दलीय, बीटीपी, सीपीएम, आरएलडी के विधायक हमारे साथ खड़े हैं। इन सभी विधायकों और बसपा से आए विधायकों ने ही हमारी सरकार बचाई थी। नहीं तो आज हमारी सरकार प्रदेश में होती ही नहीं। अब भले ही यह हमारे विधायकों को कितना भी भड़काने या लालच देने का काम करें, वो इनके लालच में नहीं आएंगे।गहलोत ने कहा कि यह विधायक वही हैं जिन्हें उस समय होटल से निकलने के 10 करोड़ ऑफर किए गए थे, लेकिन वह बिना लालच के राजस्थान की जनता के हितों में हमारे साथ खड़े रहे। अब भले ही यह कितना भी ऑफर उन्हें दे दें, वे बिकने वाले नहीं हैं। गहलोत ने कहा कि वैसे भी सुभाष चंद्रा को पहले भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाने का सोचा और कुछ देर बाद ही इन्हें निर्दलीय उम्मीदवार बना दिया। ऐसे में सुभाष चंद्रस की शुरुआत ही खराब हो गई है। आगे का नतीजा सबके सामने ही होगा।