जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान प्रदेश में गहराते जा रहे बिजली पानी के संकट पर जोधपुर में शनिवार को जोधपुर सांसद एवं केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी एवं राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला। जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने तो राज्य सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह से बिजली संकट के नाम पर महंगी बिजली खरीदी जा रही है ये महंगी बिजली के नाम पर घोटाला है।केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कटाक्ष करते हुए कहा कि ये कांग्रेस और गहलोत सरकार के लिए नया विषय नहीं है। पिछले दो बार ऐसे ही हालत हुए हैं। जब भी गहलोत सरकार सत्ता में रही है राजस्थान में बिजली संकट हमेशा आया है। उन्होंने पूछा कि ऐसा क्यों कांग्रेस सरकार के समय ही होता है? पानी से जुड़े प्रोजेक्ट पर शेखावत ने कहा कि केंद्र सरकार 27 हजार करोड़ से ज्यादा प्रदेश को देने को तैयार है। लेकिन राज्य सरकार को अपने काम का तरीका बदलना होगा गति बढ़ानी होगी। शेखावत ने अलवर मंदिर प्रकरण पर कहा कि प्रदेश में जो घटनाएं हुई है उनके पोषक तत्वों तक राज्य सरकार को पहुंचना चाहिए। इस दोरान साथ मे मौजूद केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि बिजली कटौती से हालात खराब सरकार ने कर दिए है। गांवों की हालत तो बहुत ज्यादा परेशानी है। सीएम खुद तो एसी में बैठे हैं उन्हें इसका पता नहीं है। शनिवार को जोधपुर आए चौधरी ने कहा कि कोयले की खरीद में जिस तरह से घोटाला हो रहा है इनको सिर्फ सरकार बचानी है। मंत्री विधायक लूटने में लगे है। जनता से कोई सरोकार नहीं है। आजादी के बाद राजस्थान में अब तक के सबसे बुरे हाल के दौर से जनता गुजर रही है।इसी तरह से राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने पानी के मुदृदे पर प्रदेश सरकार को लताड़ा। ये भी कहा कि इसमें राजनीति नहीं करनी चाहिए। कहा कि राज्य सरकार को इसको लेकर राजनीतिक नहीं करनी चाहिए। प्रदेश के जो भी प्रोजेक्ट है उन पर केंद्र से बात करनी चाहिए। पहले प्रदेश सरकार प्रोजेक्ट लेकर बैठ गई अब राजनीति कर रही है। ऐसा नहीं होना चाहिए। कैलाश चौधरी ने भी कहा कि सरकार के मंत्री लूट खसोट में लगे हैं।