जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
आयुष राज्य मंत्री डॉ. सुभाग गर्ग ने कहा कि विभागीय अधिकारी बजट घोषणाओं का समयबद्व क्रियान्वयन सुनिश्चित करें, जिससे आयुष की विधाएं आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, सिद्वा, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा आमजन को विभिन्न बीमारियों से राहत मिल सके। डॉ गर्ग ने यह बात सचिवालय के मंत्रालय भवन में बजट घोषणााओं की क्रियान्विति एवं प्रगति की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा बनाए जाने वाले इन्टीग्रेटेड हेल्थ तथा वेलनेस सेंटर पर अधिक से अधिक आईटी का उपयोग हो तथा प्रत्येक सेन्टर पर दवाइयां सहित अन्य मेडिकल उपकरण की कमी होते ही शीघ्र उपलब्ध करवा दी जाए। उन्होंने बताया कि जितनी भी विभागीय बजट घोषणाएं हुई हैं उनका बजट आवंटन तथा जमीन की स्वीकृति अतिशीघ्र हो, जिससे जमीन पर लोगों को योजनाओं का फायदा मिल सके। आयुष राज्य मंत्री ने बताया कि अजमेर में राजस्थान राज्य अनुसंधान केन्द्र की स्थापना की जाएगी साथ ही डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय में नवीन पीजी महिला छात्रावास एवं वर्तमान स्नातक छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बजट घोषणा के अनुसार उदयपुर तथा जोधपुर में योग एवं नेचुरोपेथी के कॉलेज खोले जाएंगे तथा इन कॉलेजों में पंचकर्म की सुविधा भी विकसित की जाएगी, इस संबंध में 6 नवीन आयुर्वेद महाविद्यालय प्रारंभ किए जाने के लिए नई दिल्ली के भारतीय चिकित्सा पद्वति राष्ट्रीय आयोग में आवेदन किया जा चुका है। बैठक में उन्होंने राज्य के 58 ब्लॉक मुख्यालयों पर आयुष चिकित्सालय खोलने, एक हजार आयुर्वेद औषधालयों को हैल्थ एंड वेलनेस सेन्टर के रुरूप में विकसित करने, दवाइयों की खरीद बढ़ाने, विभागीय पदोन्नति सहित विभिन्न बजट घोषणाओं की प्रगति पर चर्चा की। इस अवसर पर आर एन शर्मा, उप शासन सचिव, आयुष विभाग, विशेषाधिकारी, आयुष गिरधर गोपाल सहित वरिष्ठ विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।