कोटा-हंसपाल यादव।
पूर्व स्वायत्त शासन मंत्री राजपाल सिंह शेखावत एवं पूर्व संसदीय सचिव भवानी सिंह राजावत ने सैंकड़ों कार्यकर्ताओं की बैठक में यह दावा किया कि न केवल हाड़ौती बल्कि पूरा राजस्थान वसुंधरा के सुशासन को याद कर रहा है और लोग अपनी तकदीर की बागडोर उनके हाथों में सौंपने को आतुर हैं। हालांकि कई नेता मुख्यमंत्री बनने के लिए मुंह धोकर बैठे लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगेगी। वहीं आने वाले समय में हाईकमान को सोच विचार कर राजस्थान की कमान वसुंधरा राजे को सम्भला देनी चाहिए नहीं तो प्रदेश में हमारा राज आने की कोई सम्भावना नहीं रहेगी।
 पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के जन्मदिवस समारोह की तैयारियों के लिए आयोजित बैठक में सोमवार को उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के 3 साल गहलोत और पायलट की लड़ाई में निकल गये। अपने ही विधायकों को जैसलमेर व गुडगांव के 5 सितारा हाॅटलों में महीनों तक ठहराये रखा और अब पार्टी में विस्फोट के डर से मंत्रीमण्डल, राजनैतिक नियुक्तियां और मुख्यमंत्री सलाहकारों की घोषणा करनी पड़ी। लेकिन अब चाहे विधायकों को सोने में तौल दें लेकिन फिर भी इस राज की विदाई अब तय है। 50 यूनिट मुफ्त बिजली की घोषणा को हास्यास्पद बताते हुए उन्होंने कहा कि 3 साल तक किसानों और आम उपभोक्ताओं पर कहर बरपा रही सरकार अब केवल 50 यूनिट का झुनझुना दे रही है। लेकिन 2 बल्ब और 1 पंखें का बिल भी 50 यूनिट से ज्यादा आता है। वहीं गहलोत को जनता को यह भी जवाब देना पड़ेगा कि 3 लाख कनेक्शन अब एक साल में सरकार कैसे दे देगी। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी योजना के 4 हजार करोड़ का दुरूपयोग कर न्यास ने ढ़ाई साल से पूरे शहर को खोद रखा है। जहां बोरखेड़ा, गुमानपुरा, अनन्तपुरा, कुन्हाड़ी में आवश्यकता नहीं थी वहां जबरदस्ती आॅवर ब्रिज, अण्डरपास बनाये जा रहे हैं। काम जल्दी पूरा करने के लिए निर्माण कम्पनियां लगातार काम कर रही हैं और अंधाधुंध चल रहे इन निर्माण कार्यों में अब तक 2 दर्जन लोग मौत के शिकार बन चुके हैं।राजावत ने कहा कि अच्छा होता अगर वसुंधरा राजे का जन्मदिवस समारोह कोटा में होता। मथुराधीश जी के दर्शन करके दशहरा मैदान में लाखों का जनसैलाब उमड़ता लेकिन तपोभूमि केशवरायपाटन का चयन ही वसुंधरा राजे ने उचित समझा, फिर भी जन्मदिवस समारोह में भाग लेने के लिए कार्यकर्ताओं में उमंग और उत्साह भरा हुआ है और लोग बढ़चढ़कर केशवरायपाटन जाने के लिए आतुर हैं। समारोह को पूर्व महापौर सुमन श्रृंगी, न्यास अध्यक्ष रामकुमार मेहता, पूर्व जिलाध्यक्ष महेश विजय, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष प्रह्लाद पंवार, पूर्व फलसब्जीमण्डी अध्यक्ष ओम मालव, पूर्व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सत्यभान सिंह, पूर्व जिला महामंत्री आलोक शर्मा, पूर्व जिला उपाध्यक्ष राकेश मिश्रा, सांगोद के पूर्व उपप्रधान ओम मेहता, युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष अजय चौधरी, पार्षद ओम गुंजल आदि ने भी सम्बोधित किया।