जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
रीट के बाद अब पटवारी भर्ती भी सवालों के घेरे में हैं। पटवारी भर्ती परीक्षा-2021 में लगभग आधा दर्जन प्रश्नों के उत्तर अभ्यर्थियों के सही हैं,जबकि बोर्ड ने उन्हें गलत माना है। परिणाम को लेकर हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। याचिका में हाईकोर्ट के फैसला आने तक भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाने की गुहार की गई है। जोधपुर के ओसिया निवासी अभ्यर्थी ओम प्रकाश की ओर से अधिवक्ता रामप्रताप सैनी के द्वारा याचिका दायर की गई है।राजस्थान हाईकोर्ट में एडवोकेट रामप्रताप सैनी ने बताया कि पटवारी परीक्षा और परिणाम में बड़े स्तर पर धांधली हुई है। इससे 10 लाख से ज्यादा कैंडिडेट के भविष्य पर संकट आ गया है। बिना कैटेगरी वाइज मेरिट लिस्ट निकाले ही रिजल्ट जारी कर दिया गया। नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया में धांधली हुई है। इसमें किसी तरह की पारदर्शिता नहीं अपनाई गई। कुछ विशेष बैच के अभ्यर्थियों का सिलेक्शन ज्यादा किया गया है।याचिका में बताया गया है कि 24 अक्टूबर 2021 को पटवारी भर्ती परीक्षा दी थी। पटवारी भर्ती परीक्षा-2021 का परिणाम 25 जनवरी 2022 को जारी किया गया। परिणाम में मेरिट नंबर नहीं दर्शाए गए और अभ्यर्थियों के अंक भी नहीं बताए गए। किस पारी के कितने अभ्यर्थी चयनित हुए यह भी नहीं बताया गया है। इसके साथ ही अभ्यर्थी की ओर से दायर याचिका में बताया गया है कि मेरे द्वारा तीन प्रश्नों का सही जवाब दिया गया तो भी भर्ती बोर्ड ने उन्हें गलत माना है। याचिका में कहा गया है कि एक्सपर्ट की रिपोर्ट को वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया गया है। बोर्ड ने प्रारंभिक उत्तरकुंजी में तीन प्रश्नों के जवाब सही माने हैं परन्तु अंतिम उत्तरकुंजी में उन्हीं तीन प्रश्नों के जवाब गलत माने हैं। अदालत में अधिवक्ता रामप्रताप सैनी प्रार्थी पक्ष की पैरवी करेंगें। हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई इसी सप्ताह होने की संभावना जताई जा रही है।