जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
जयपुर नगर निगम ग्रेटर की कार्यवाहक मेयर शील धाबाई का कार्यकाल सरकार ने एक बार फिर 60 दिन के लिए बढ़ा दिया है। मेयर बनने के बाद ये चौथी दफा है जब शील धाबाई के कार्यकाल को बढ़ाया गया है। धाबाई का कार्यकाल 1 फरवरी को पूरा होने वाला है। निलंबित मेयर सौम्या गुर्जर के मामले में सुप्रीम कोर्ट में जो मामला चल रहा है उस पर 1 फरवरी को सुनवाई है। संभावना है कि इस सुनवाई में कोर्ट कोई न कोई निर्णय सुना सकता है। जयपुर नगर निगम ग्रेटर में आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव के साथ अभद्रता के मामले में राज्य सरकार ने पिछले साल 6 जून 2021 को सौम्या गुर्जर को महापौर के पद से निलंबत कर शील धाबाई को कार्यवाहक मेयर बनाया था। सौम्या गुर्जर के साथ पार्षद पारस जैन, अजय चौहान, रामकिशोर प्रजापत और शंकर शर्मा को निलंबित किया था। सौम्या गुर्जर का मामला कोर्ट में विचाराधीन होने और न्यायिक जांच के चलते नगर पालिका अधिनियम 2009 के तहत मिले अधिकारों का प्रयोग करते हुए धील धाबाई के कार्यकाल को 25 मार्च तक या सरकार अग्रिम आदेश तक के लिए बढ़ा दिया है।

सुप्रीम कोर्ट में है मामला, मंगलवार को होगी सुनवाई।
सरकार के निलंबन के फैसले को सौम्या गुर्जर और उनकी पार्टी भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे रखी है। सुप्रीम कोर्ट में दो महीने पहले हुई सुनवाई के दौरान नगर निगम की ओर से सीनियर एडवोकेट ने कोर्ट में जो तर्क रखे उसे सुनने के बाद कोर्ट ने मामले पर स्टे देने से इनकार करते हुए अगली सुनवाई की डेट 1 फरवरी दी थी, जिस पर कल यानी कि मंगलवार को सुनवाई होगी।