जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
सार्थक मानव कुष्ठाश्रम में आज कुष्ठ निवारण दिवस मनाया गया । इस अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया। मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, ने कहा कि संवेदनशीलता और परोपकार से बड़ा कोई सुख जीवन में नहीं हैं। दूसरों की पीड़ा को महसूस कर उनके हितों और अधिकारों के लिए काम करना ही मानव सेवा हैं और यही सही मायने में महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि हैं। वे रविवार को सार्थक मानव कुष्ठआश्रम में आयोजित कुष्ठ निवारण दिवस को वर्चुअल संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से हर संभव मदद कर कुष्ठबाधितों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।इस अवसर पंर संस्था को कुष्ठरोगियों की सहायतार्थ पाँच लाख रूपये मुख्यमंत्री सहायता कोष से देने की भी घोषणा की। उन्होंने अपने संबोधन में यह भी कहा कि सार्थक मानव कुष्ठाश्रम कुष्ठरोगियों की उचित मांगों का एक प्रस्ताव बना कर सरकार को भेजें। संस्था द्वारा किये जा रहे सेवा कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि संस्था विगत 48 वर्षों से निरंतर यह सेवा कार्य सुरेश कौल के सानिध्य में कर रही है।समारोह के अध्यक्ष गोपाल लाल मीणा, विधायक, जमवारामगढ़ ने कहा कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र में संस्था द्वारा संचालित तिलक बाल गुरूकुल एवं आश्रम के लिए सहायता एवं सहयोग के लिए कृत संकल्प है। उन्होंने अपने पूर्व कार्यकाल में भी संस्था की हर संभव मदद की है। उन्होंने ने कहा कि वे संस्था द्वारा किए जा रहे कार्य से बहुत प्रभावित हुए हैं, इसके लिए संस्था के अध्यक्ष एवं उनकी सम्पूर्ण टीम साधुवाद की पात्र है। संस्था अध्यक्ष सुरेश  कौल ने अपने संबोधन में कुष्ठरोग की पूर्व की व आज की स्थिति का वर्णन करते हुए संस्था द्वारा किये जा रहे कार्यों पर विस्तृत रूप प्रकाष डाला। संस्था देश के अन्य कुष्ठाश्रमों के साथ सामंजस्य स्थापित कर इन आश्रमों में रह रहे कुष्ठरोगी भाई बहिनों सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर कार्यरत है। संस्था द्वारा चलाये जा रहे व्यवसायिक प्रशिक्षण केन्द्र ‘‘रामगढ़ पुनः स्थापन केन्द्र‘‘ के क्रियाकलापों  की विस्तार से चर्चा की।प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता एवं संस्था के सलाहकार अमिताभ  कौशिक ने सभी आगन्तुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह का शुभारम्भ आश्रम के कुष्ठमुक्त पंडित प्रेमनारायण  के नेतृत्व में उनके सहयोगियों द्वारा महात्मा गाँधी के भक्ति गान रघुपति राघव राजा राम से किया गया। अंत में राष्ट्रीय गान से समारोह का समापन हुआ। इस अवसर पर विषिष्ट अतिथि के रूप में बाल कृष्ण खींची, महासचिव, राजस्थान प्रदेष कांग्रेस कमेटी, अमिताभ कौशिक, सलाहकार, निःशक्तजन, अशोक  बैरवा, उपनिदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, राजस्थान सरकार थे। सभी आश्रमों के पुनःस्थापित कुष्ठ मुक्त व्यक्ति, रामगढ़ पुनः स्थापन केन्द्र के दिव्यांग प्रशिक्षणार्थि एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।