जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
नियमितीकरण की मांग को लेकर राजधानी जयपुर में प्रदर्शन कर रहे मदरसा पैराटीचर्स गुरूवार को दिल्ली कूच करने जा रहा थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठियां भांजकर पैराटीचर्स को दिल्ली जाने से रोका। कुछ पैराटीचर्स को इस दौरान चोटें भी आईं। दरअसल राजस्थान मदरसा पैराटीचर्स, राजीव गांधी पैराटीचर्स और शिक्षाकर्मियों के संयुक्त मोर्चे की ओर से नियमितीकरण की मांग को लेकर गुरुवार को पैदल ही दिल्ली कूच का ऐलान किया गया था। मदरसा पैराटीचर्स लंबे समय से खुद को नियमित करने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए शहीद स्मारक पर काफी समय से आंदोलनरत हैं। संयुक्त मोर्चा के संरक्षक शमशेर भालू खान खुद 71 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। मदरसा पैराटीचर्स ने बुधवार को शहीद स्मारक पर महापड़ाव डाला था और इन्हें गुरुवार को दिल्ली कूच करना था जिसकी तैयारी मदरसा पैराटीचर्स ने पहले ही कर रखी थी। पुलिस प्रशासन ने उनको रोकने के लिए शहीद स्मारक से निकलने वाली रोड पर बेरिकेडिंग कर फोर्स तैनात कर दी। पहली बार जब मदरसा पैराटीचर्स ने बाहर निकलने की कोशिश की तो उन्हें वहीं शहीद स्मारक पर रोक दिया गया। इस दौरान उनकी पुलिस से नोकझोंक भी हुई। बाद में सभी पैराटीचर्स शहीद स्मारक वापस चले गए। इसके बाद शमशेर भालू खान ने पैराटीचर्स को संबोधित किया और कहा कि दिल्ली तो हम किसी भी सूरत में जाएंगे। इसके बाद पुलिस ने शहीद स्मारक के गेट को बंद कर दिया और बाहर रस्सी लगा दी। इसके बावजूद पैराटीचर्स जबरदस्ती गेट कूद कर बाहर निकलने का प्रयास करने लगे। शमशेर भालू खान ने बाहर निकलते ही रोड पर ही दंडवत शुरू कर दिया। जैसे ही पैराटीचर्स बेरिकेडिंग के पास पहुंचे पुलिस ने उन्हें वहीं रोक दिया। पैराटीचर्स ने जबरदस्ती बेरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें बाहर नहीं जाने दिया। इस दौरान पैराटीचर्स की पुलिस के साथ धक्कामुक्की होने लगी। इस दौरान पुलिस ने पैराटीचर्स को रोकने के लिए हल्का बल प्रयोग कर लाठियां भी चलाईं। इससे कुछ मदरसा पैराटीचर्स को चोटें भी आईं। हल्का बल प्रयोग करने से मदरसा पैराटीचर्स नाराज हो गए और गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर भी नाराजगी जताई और कहा कि वे गहलोत को गांधीवादी नहीं मानते। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष खम्माराम ने कहा नियमितीकरण की मांग सरकार नहीं मान रही है। इसीलिए दिल्ली जाने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार के कहने पर ही पुलिस ने लाठीचार्ज किया और हमारे 4 साथियों को काफी चोट भी लगी है। एडिशनल एसपी भरत लाल मीणा ने बताया कि सरकार की ओर से नई गाइड लाइन जारी की गई है, जिसके तहत 200 से अधिक लोग एक जगह एकत्र नहीं हो सकते। इसलिए इन्हें घर रवाना करने के लिए समझाइश की जा रही है। यदि यह लोग नहीं मानते हैं तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। यदि अपनी मांग के संबंध में यह किसी से वार्ता करना चाहते हैं तो इसके लिए भी संवाद किया जा रहा है ताकि इसका कोई हल निकल सके।