उदयपुर से भगवान प्रजापत।
राजस्थान प्रदेश में कोविड की संभावित तीसरी लहर की आहट के बीच अब बच्चों को भी टीकाकृत करने का निर्णय लिया गया है। महामारी से बचाव के इस सुरक्षा चक्र अभियान में 3 जनवरी से 15 से 18 वर्ष की उम्र के बच्चों को वैक्सीन की खुराक दी जाएगी। जिले में इस अभियान हेतु चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां तेज कर दी हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर दिनेश खराड़ी ने बताया कि जिले में 18 वर्ष से ऊपर की लगभग 88 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की प्रथम डोज़ लगाई जा चुकी है। राज्य सरकार से अब 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों को भी टीकाकृत करने के दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं। इस आयु वर्ग के लगभग 2 लाख 15 हजार बच्चे हैं, जिनको इस टीकाकरण चक्र में टीका लगाया जाना है। जिला कलक्टर ने सीएमएचओं को समस्त राजकीय एवं निजी स्कूलों में अध्ययनरत 15 से 18 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण करवाने हेतु निर्देशित किया गया है। इस हेतु समस्त बी ई ओ द्वारा प्रत्येक स्कूल में नोडल नियुक्त किए जाएंगे जो स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ समन्वय कर टीकाकरण के इस कार्य में सहयोग प्रदान करेंगे।

स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों के लिए बनेंगे विशेष टीकाकरण केंद्र।
डॉक्टर खराड़ी ने बताया कि जो बच्चे स्कूल में अध्ययनरत हैं, उनके टीकाकरण हेतु विद्यालय में ही टीम भेजी जाएगी जो मौके पर टीकाकरण का कार्य संपादित करेगी। इसके अलावा स्कूल नहीं जाने वाले 15 से 18 वर्ष के बच्चों हेतु नियमित वैक्सीनेशन साइट के अलावा शहर में 5 विशेष टीकाकरण स्थल बनाए जाएंगे जहां पर इन बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा।
स्वास्थ्य कर्मियों एवं फ्रंटलाइन वर्कर को लगेगी बूस्टर डोज
सीएमएचओं डॉ. खराड़ी ने बताया कि बच्चों के टीकाकरण के अलावा 10 जनवरी से स्वास्थ्य कर्मियों एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज लगाने का कार्य भी प्रारंभ किया जाएगा। इन कैटेगरी में आने वाले ऐसे लाभार्थी जिनको वैक्सीन की दूसरी डोज लगे 9 महीने हो गए हैं उनको बूस्टर डोज लगाई जाएगी। इसके साथ ही 60 वर्ष से अधिक उम्र के वे लोग जिनको कोमोरबिडिटी है एवं टीके की दूसरी डोज लगाएं 9 महीने हो चुके हैं उनको डॉक्टर की सलाह पर बूस्टर डोज लगाई जाएगी। सीएमएचओं ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि जिन योग्य व्यक्तियों ने अभी तक टीके की प्रथम अथवा द्वितीय डोज नहीं लगवाई है वह जल्द से जल्द टीका लगवाए एवं साथ ही सभी अभिभावकों से विशेष निवेदन है कि वह बच्चों के टीकाकरण में किसी प्रकार की कोताही ना बरतें एवं इस नववर्ष पर अपने बच्चे को इस विशेष सुरक्षा कवच का तोहफा अवश्य दें।