उदयपुर भगवान प्रजापत।
आरएनटी मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। नीट-पीजी की काउंसलिंग जल्द से जल्द कराने की मांग को लेकर हड़ताल पर उतरे रेजीडेंट डॉक्टर्स के कार्य बहिष्कार के चलते संभाग के सबसे बड़े एमबी हॉस्पिटल में मंगलवार को दर्जनों ऑपरेशन को टालना पड़ा। हालांकि इस हड़ताल से रेजीडेट ने इमरजेंसी सेवाओं को अलग रखने की बात कही लेकिन ऑपरेशन थियेटर में रेजीडेंट के नही पहुंचने से आपातकालीन सेवाए भी प्रभावित होती नजर आयी। उदयपुर रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ नवरत्न शर्मा ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगों को पूरा नही करती हैं तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी।

हॉस्पिटल में परेशान होते रहे मरीज।
एमबी हॉस्पिटल में रेजीडेंट डॉक्टर्स की हडताल का भारी असर दिखाई दिया। ऑपरेशन टल जाने की वजह से मरीजों के साथ परिजन भी परेशान होते दिखाई दिए। सैकड़ों की संख्या में काम करने वाले रेजीडेंट डॉक्टर्स के नही होने से सीनियर डॉक्टर्स भी व्यवस्था को नही संभाल नही पाए और हॉस्पिटल में अव्यवस्थाए फैल गयी। सीनियर डॉक्टर्स के कमरों के बाहर मरीजों की लम्बी लम्बी कतारें लग गयी।

नीट की काउंसलिंग नहीं होने से परेशान रेजीडेंट।
रेजीडेंट डॉक्टर्स की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द नीट-पीजी की काउंसलिंग कर नए डॉक्टर्स का एडमिशन दे और उन्हें सीटें अलॉट कर दे। डॉक्टर्स का कहना है कि फिलहाल वे सभी तरह की आपतकालीन सेवाओं को इस हड़ताल से बाहर रख रहे हैं लेकिन सरकार ने अगर जल्द ही उनकी मांगें पूरी नहीं की तो फिर सभी तरह की सेवाओं का बहिष्कार किया जा सकता है।

दो बैच पर आ गया है पूरा कार्यभार।
आरएनटी मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट यूनियन के महासचिव डॉ. पीयूष का कहना है कि रेजीडेंट डॉक्टर्स के फाइनल ईयर का बैच पास आउट हो चुका है। जबकि फर्स्ट ईयर का नया बैच अबतक नहीं आया है। इससे सिर्फ दो बैच पर पूरे कॉलेज का भार आ चुका है। इससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही जिन डॉक्टर्स का चयन हो गया है उनके भविष्य के लिए भी यह सही नहीं है।