सवाईमाधोपुर हेमेन्द्र शर्मा।

सवाई माधोपुर जिले में डेंगू के डंक के चलते लोगों का जीना मुहाल हो गया है। हालात लगातार बदतर होते चले जा रहे हैं। वही डेंगू के कहर के चलते स्थितियां अस्पतालों में बेहद विकट हो गई हैं। डेंगू के लगातार बढ़ते कहर के चलते चिकित्सा विभाग भी अब सकते में नजर आ रहा है। पेश है सवाई माधोपुर से एक खास रिपोर्ट। दरअसल सवाई माधोपुर जिले में पिछले 15 दिनों से डेंगू का डंक कहर बरपा रहा है। शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में हालात बेहद खराब होते चले जा रहे हैं। चिकित्सा विभाग के आंकड़े लगातार बता रहे हैं कि विगत दिनों जहां पहले ग्रामीण क्षेत्र में डेंगू के मरीज मिल रहे थे तो वही अब शहरी क्षेत्र में बहुतायत में डेंगू रोग का प्रभाव देखने को मिल रहा है ।

सामान्य चिकित्सालय के वार्ड डेंगू रोग के मरीजों से पूर्णतया फुल हो गए हैं ।अस्पताल में मरीजों की लगातार भीड़ उमड़ रही है ।सरकारी अस्पतालों के अलावा शहर के निजी अस्पतालों में भी अब पैर रखने तक को जगह नहीं बची है। सामान्य चिकित्सालय में लगातार हालात बद से बदतर हो रहे ।अस्पताल में चिकित्सा विभाग द्वारा अतिरिक्त रूप से डेंगू स्पेशल वार्ड भी बनाए गए हैं ।लेकिन हालात इस कदर है कि यह वार्ड भी मरीजों से पूरी तरह फुल हो गए हैं ।

अस्पताल में अब एक भी बेड खाली नहीं है। लेकिन चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के बयान बाजी में खासा विरोधाभास देखने को मिल रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जहां सवाई माधोपुर में 80 डेंगू पॉजिटिव रोगी बता रहे हैं तो सामान्य चिकित्सालय में कार्यरत कार्मिकों के बयान सुनकर पैरों तले जमीन खिसक जाती है । जांच लैब रिपोर्ट अधिकारी तथा वार्ड इंचार्ज खुद बता रहे हैं की वार्ड में मरीजों की संख्या पूरी तरह से फुल है तथा 1 दिन में ही 400 जांच रिपोर्ट में से लगभग डेढ़ सौ डेंगू पॉजिटिव मिल रहे हैं।

सवाई माधोपुर जिले में स्थितियां यह है कि हर कोई रोगी जो सामान्य चिकित्सालय पहुंच रहा है वह कमोबेश डेंगू रोग से पीड़ित मिल रहा है। वही रोजाना 1 दर्जन से अधिक मरीजों को जयपुर के लिए रेफर करना पड़ रहा है।इसके अलावा सवाई माधोपुर जिले में आधा दर्जन से अधिक मरीजों की मौत का आंकड़ा भी है । जिसे चिकित्सा विभाग सार्वजनिक नहीं कर रहा ।मोटे तौर पर डेंगू रोग की रोकथाम के लिए ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र में फागिंग जैसी औपचारिकता करके चिकित्सा विभाग अपने दायित्व की इतिश्री कर रहा है ।लेकिन डेंगू रोग जैसी घातक बीमारी से उपचार के कारगर उपाय सामान्य चिकित्सालय में भी मौजूद नजर नहीं आ रहे हैं ।डेंगू रोग के कारण मरीजों की घटती प्लेटलेट्स मरीजों की तथा परिजनों की धड़कनें बढ़ा रही है ।लेकिन चिकित्सा विभाग अब भी पुराने ढर्रे पर ही काम कर रहा है ।