नागौर ब्यूरो रिपोर्ट। 

नागौर पुलिस के तीन ऑडियो वायरल हुए हैं जिससे वहां की पुलिस की कार्यशैली स्पष्ट हो जाती है।  चूँकि मामला बेहद गंभीर है सो खुद डीजीपी लाठर को इस मामले में दखल देना होगा।  वायरल ऑडियो में SHO अंजू कुमारी, जो कि अभी लाइन हाजिर है, कांस्टेबल भंवर बुरडी से बात कर रही है।  भंवर वांटेड अपराधी गणेश को थाने लाने की बात कह रहा है वही SHO कह रही है कि उसे थाने मत लाओ, SP साहब के आदेश हैं कि उसे उड़ा दो।  कांस्टेबल भंवर किओ भी अभी सस्पेंड किया जा चुका है।  


नोट - राजकाज इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है। 

सारा घटनाक्रम 305 ग्राम स्मैक व पिस्तौल बरामदगी की जांच से शुरू हुआ। जांच सदर एसएचओ के पास थी। स्मैक व पिस्तौल के साथ पकड़े गए मुलजिम गोपाल ने पिस्तौल गणेश बेेनीवाल से खरीदना बताया। गणेश आदतन अपराधी है जो पहले भी जेल जा चुका है। मादक पदार्थ व हथियार तस्कर है।  गणेश को पकड़ने के लिए 13 अगस्त को क्यूआरटी व सदर एसएचओ अंजू कुमारी ने पीछा किया तो गणेश जिस गाड़ी में सवार था उसमें से पुलिस पर फायरिग हुई और अपराधी भाग निकले।

इधर सदर थाने के ही आसूचना अधिकारी कांस्टेबल भंवर का गणेश से संपर्क होने के चलते सूचना के आदान प्रदान का संदेह था। फायरिंग के बाद एसपी और सख्त हुए और अपराधी गणेश की गिरफ्तारी के प्रयास तेज हुए तो गणेश ने आसूचना अधिकारी से संपर्क किया। फिर आसूचना अधिकारी भंवर ने एसएचओ से संपर्क किया जिसमें एसएचओ ने गणेश को थाने ले आने के लिए सहमति दी लेकिन जब उसे लाया जा रहा था तो क्यूआरटी ने सामने जाकर घेराबंदी कर  उसे पकड़ा, जबकि उसे थाने ही लाया जा रहा था ऐसा ऑडियो से जाहिर होता है। मामले में अपराधी से संबंध के आरोप में आसूचना अधिकारी कांस्टेबल भंवर बुरड़ी को एसपी ने तत्काल सस्पेंड कर दिया था.

एसपी ने यहां भी तुरंत एक्शन लिया और एसएचओ अंजू कुमारी को लाईन हाजिर कर दिया और जांच एएसपी राजेश मीना को सौंपी है। एसपी ने कहा मुझे कोट करके एसएचओ द्वारा यह कहना गलत बात है।  मैंने एसएचओ से ऐसा कभी नहीं कहा, यह गैर जिम्मेदराना व्यवहार है, इस पर एक्शन लेकर जांच कराई जा रही है।