सीख देती हुई गोपिका कृष्ण है

जल में डूबी हुई द्वारिका कृष्ण है

एक ग्वाले की वंशी का जादू है ये

रुक्मणी कृष्ण है राधिका कृष्ण है 


छल कपट से सना छोर भी कृष्ण है

नीति की रात भी भोर भी कृष्ण है 

एक ग्वाला हुआ हर कला में निपुण

रण से भागे भी वो चोर भी कृष्ण है 

©️✍️ लोकेश कुमार सिंह 'साहिल'