भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए एसीबी अब जनसंवाद कार्यक्रमों के माध्यम से आमजन को जागरुक और उन्हें आश्वस्त भी रही है कि वह भ्रष्टाचार की शिकायत करें, काम रुकने, अटकने की चिंता नहीं करें, एसीबी के अधिकारी उनका पूरा सहयोग करेंगे। 

एसीबी के अधिकारी ऐसे लोगों से संवाद कर रहे है। जिनको विभिन्न सरकारी महकमों में अक्सर घूसखोरी का सामना करना पड़ता है। कोटा एसीबी उप महानिरीक्षक, सवाई सिंह गोदारा ने लोगों से जन संवाद करते हुए लोगों से भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने की बात कही।


 उन्होंने कहा कि जनता से सहयोग से ही सरकार की जीरो टोलरेंस अगेंस्ट करप्शन की नीति को अच्छे से लागू कर पाएंगे। इससे पहले उन्होंने पेंडिंग मामलों की समीक्षा बैठक व आने वाले समय में कार्रवाई के लिए क्या रोड मैप रहेगा विषय को लेकर एसीबी के अधिकारियों से चर्चा की। जनसंवाद के दौरान लोगों के मन में कुछ शंकाएं भी थी। जिन को लेकर सवाल जवाब किए गए।

 खास करके संशोधित कानून को लेकर लोगों ने सवाल पूछे। जिस पर एसीबी अधिकारियों ने लोगों को आश्वस्त किया कि जो भी परिवादी शिकायत लेकर आएगा, ट्रेप कार्रवाई के बाद उसको पूरा संरक्षण दिया जाएगा।

मीडिया से बातचीत में गोदारा ने कहा कि अधिकांश मामलों में अभियोजन स्वीकृति समय पर मिल जाती है। लेकिन कुछ मामलों में अभियोजन स्वीकृति मिलने में देरी होती है। ऐसे मामले में उच्च अधिकारी से चर्चा कर कर जल्द से जल्द अभियोजन स्वीकृति लेने के प्रयास करते हैं। 

बिना अभियोजन स्वीकृति के न्यायालय में केस पेश नहीं कर पाना हमारी मजबूरी है। चुनी हुई संस्थाओं में नगर निगम, नगर पालिका, जिला परिषद इनके पास जो अभियोजन स्वीकृति लंबित रहती है वो बोर्ड में रखकर हमें स्वीकृति दी जाती है। ऐसे मामलों में थोड़ी देरी होती है। इसके साथ ही अन्य लोगों ने भी शिकायत के बाद में आने वाली परेशानियों का सहज समाधान की बात कही। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी चन्द्रशील ठाकुर, डीएसपी हर्षराज सिंह खरेडा़ सहित कई लोग उपस्थित रहे।


कोटा से हंसपाल यादव की रिपोर्ट।

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