ब्यूरो रिपोर्ट।

जयपुर ग्रेटर नगर निगम मैं 276 करोड़ के भुगतान के बदले 20 करोड़ की डील करने के मामले में एसीबी की गिरफ्त में आए निलंबित महापौर पति राजाराम गुर्जर और बीवीजी कंपनी के कर्मचारी ओंकार सप्रे को एसीबी कोर्ट ने 3 दिन की रिमांड पर एसीबी को सौंप दिया है। दोनों आरोपियों को बुधवार को एसीबी की विशेष अदालत में पेश किया गया। जहां दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद न्यायाधीश उपेंद्र शर्मा ने निलंबित महापौर के पति राजा राम गुर्जर और बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि ओमकार सप्रे को 3 दिन की रिमांड पर एसीबी को सौंप दिया। न्यायालय में अपने पक्ष में दलील देने की दौरान दोनों आरोपियों के वकीलों ने कहा कि यह डील राम मंदिर निर्माण और प्रताप फाउंडेशन के लिए चंदा देने की बात पर हुई थी। एसीबी ने इसका गलत मतलब निकाला है। इस पर एसीबी के वकीलों ने कहा कि इस मामले में 10 जून को हुए वायरल हुए ऑडियो वीडियो की जांच हैदराबाद के तेलंगाना में स्थित स्पेशल लैब में करवाई गई है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही कार्यवाही की गई है। आपको बता दें कि इस मामले में ऑडियो वीडियो वायरल होने के बाद एसीबी के डीजी बीएल सोनी के निर्देश पर एसीपी बजरंग सिंह ने दर्ज करने के बाद जांच शुरू की थी। अभी इस प्रकरण में और भी गिरफ्तारियां होने की संभावना है।