पिछले साल देश में कोरोना महामारी आने के बाद लोगों का इंश्योरेंस करने के लिए बाजार में कूदी बीमा कंपनियों को भी अब दूसरी लहर के बाद कोरोना हो गया लगता है। बाजार में ऐसे कई कंपनियों ने कोरोना बीमा से अपने हाथ वापस खींच लिए हैं। पुराने क्लेम देने की बात तो दूर पॉलिसी जारी रखने के रिन्यू भी नहीं किए जा रहे हैं।


इसके चलते लाखों लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल बीमा कंपनियों को ये लगा था कि इस महामारी के दौर में हम भी अच्छी-खासी रकम भुना लेंगे, लेकिन उनका यह दांव उलटा पड़ा और किश्तों के मुकाबले भुगतान की राशि इतनी ज्यादा हो गई कि कंपनियों का खजाना खाली हो गया। अब बाजार से 80% कंपनियों ने कोरोना के मामले में अपने हाथ वापस खींच लिए हैं। ना तो नया बीमा किया जा रहा है और ना ही पुरानी पॉलिसी रिन्यू की जा रही है। बाजार में सिर्फ अभी यूनाइटेड इंडिया, नेशनल इंश्योरेंस और इफको टोक्यो की ही पॉलिसी चालू है। 



इन्हें ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से लिया या रिन्यू किया जा रहा है। यहां भी 50 से अधिक की उम्र वाले लोगों की पॉलिसी ऑफलाइन ही हो रही है। इसके अलावा ओरिएंटल इंश्योरेंस सिर्फ ऑफलाइन ही पॉलिसी जारी कर रहा है। उसने अपनी पॉलिसी को वेबसाइट से हटा लिया है। बाजार से रैली गियर, स्टार हेल्थ इंश्योरेंस, एचडीएफसी अर्गो, बजाज अलायंस, लिबर्टी और आदित्य बिरला सहित कई कंपनियों ने कोरोना पॉलिसी बंद कर दी है।


ब्यूरो रिपोर्ट!