झालावाड़ से हरिमोहन चोड़ावत की रिपोर्ट। भले ही जिला प्रशासन कोरोना गाइड लाइन लागू करवाने के कितने भी दावे करे लेकिन जब सरकार के अधीन आने वाले कुछ विभाग ही उसके प्रयासों में पलीता लगाने पर आमादा हों तो भला क्या हो सकता हैं और फिर जनता तो जनता है ही। गाइड लाइन माने तो माने नहीं तो ना माने। हाँ , यह जरूर है कि सरकारी स्तर पर ज़रा सी चूक पर जनता हाय तौबा मचाने से भी नहीं चूकती।
झालावाड़ रोडवेज बस स्टैंड पर कोरोना को श्रद्धांजलि देते मास्क के अलावा कोई मुस्तैदी दिखाई नहीं देती। राम राज है। वैसे सांसद दुष्यंत सिंह और विधायक वसुंधरा राजे हैं लेकिन राज तो राम का ही कहलाता है। अब इन झालावाड़ निवासियों को कौन समझाए कि आप सभी ने अपने अपने सिर पर तो कफ़न बाँध लिया है, जिस पर झालावाड़ गर्व करेगा कि नहीं - कहना मुश्किल है, पर आप लोग औरों को भी कोरोना शहीदों की लिस्ट में शामिल कराने की सुपारी ले चुके भी मालूम पड़ते हो। अब तो राम ही जान बचाए।