जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। वैसे तो राजकाज अपने हर लेख और वीडियो के ज़रिए आपको सचेत और सावधान करता है और लगातार कोविड गाइड लाइन्स की पालना की अपील करता है लेकिन आज आपको हम सभी के मासूम बच्चों के सिर पर मंडरा रहे खौफनाक खतरे के बारे में आगाह करना है सो ध्यान से पढ़िए। कोरोना की पहली लहर में अपनी चरम सीमा पर भी 14 साल तक के बच्चों में संक्रमण 4 प्रतिशत से कभी ज्यादा नहीं गया था। कोरोना की इस दूसरी लहर में यह संक्रमण दर अभी से 5 प्रतिशत के ऊपर जा चुकी है यानि नया कोरोना का म्युटेंट हमारे नौनिहालों को भी बख्शने के मूड में नहीं है। अब बच्चे ठहरे बच्चे सो वही करेंगे जैसे अपने बड़ों को करता देख्नेगें। कृपया स्वयं व अपने परिवार के सभी लोगों को सभी सावधानियां बरतने की सख्त हिदायत दें और उनका पालन सुनिश्चित करें। इस बार की लहर में 15 से 30 साल के आयु वालों के केस लगभग 30 प्रतिशत हैं तो बस अब आप समझ जाइये।
अगर इस बार, ईश्वर ना करे, कोरोना ने किसी घर पर हमला किया तो एक तिहाई से ज्यादा इस बात का अंदेशा होगा कि घर का कोई बच्चा या नौजवान उसका शिकार होगा। ज तक आपने अपने बच्चों के लिए जो भी कष्ट पाए या जतन किए, आज उन सभी याद कर के घर में सख्त अनुशासन लागू कर दीजिये। यकीन मानिये, आज से कुछ साल बाद यही बच्चे समझदार होकर आपका शुक्रिया अदा करेंगे क्योंकि इन्हें अपनी सलामती का अंदाज़ा अपने हम उम्र सखा या सखियों के लापरवाही के चलते असमय चले जाने से भी लगेगा। सभी का कल्याण हो।