जोधपुर से पूर्णिमा बोहरा की रिपोर्ट। मथुरादास माथुर अस्पताल में मंगलवार देर रात नर्सेज और कांग्रेस नेताओं के बीच मरीज के उपचार को लेकर हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है। जमानत पर रिहा होने के बाद कांग्रेस नेताओं ने झूठे मुकदमे में गिरफ्तारी का आरोप लगाकर शास्त्रीनगर पुलिस थाने के बाहर आमरण अनशन शुरू कर दिया है गौरतलब है कि अस्पताल में बेड नहीं मिलने पर अपनों की सांसे थमते देख हर कोई आक्रोशित हो रहा है और हैल्प डेस्क पर कार्यरत डाटर्स व नर्सेज के सही तरीके से जवाब नहीं देने की शिकायत आम है। दरअसल मथुरादास माथुर अस्पताल में मंगलवार रात करीब 11.30 बजे कांग्रेस के कुछ नेता पहुंचे थे। वहां पर किसी निशक्त मरीज को भर्ती करने की बात को लेकर नर्सिंगकर्मी से विवाद हो गया। वहीं पास में खड़े रेजिडेंट डॉटर राजीव लोचन से भी धक्कामुक्की करने का आरोप लगाया गया। इस पर जनाना विंग की कोविड के मरीजों को संभाल रहे डॉक़टर और नर्सिंगकर्मी बाहर आ गए और काम बंद कर दिया। हंगामा बढ़ा तो पुलिस पुनीत जांगू, रामनिवास व ओमप्रकाश को शास्त्रीनगर थाने ले गए। वहीं मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. एसएस राठौड़ व एमडीएम अस्पताल अधीक्षक डॉ. एमके आसेरी भी अस्पताल पहुंचे। वे देर रात तक नर्सिंगकर्मियों व रेजिडेंट डॉक्टर्स से वार्ता करते रहे। बाद में तीनों कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को उन्हें पाबंद कर जमानत पर रिहा किया गया। ये कांग्रेस नेता आज सुबह शास्त्रीनगर पुलिस थाने के बाहर आमरण अनशन पर बैठ गए। उन्होंने झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।