प्रदेश में हो रही कांस्टेबल भर्ती- 2020 की शारीरिक दक्षता परीक्षा में एक अनोखा मामला सामने आया है। एक ही भर्ती के लिए 2 जिलों में हुई शारीरिक दक्षता परीक्षा में अभ्यर्थी की ऊंचाई 4 दिन की अवधि में 13 सेंटीमीटर यानी लगभग 5 इंच कम बताई गई। इस मामले में हाईकोर्ट ने प्रमुख गृह सचिव डीजीपी। 


और आईजी भर्ती सहित अन्य से जवाब मांगा है। इसके साथ ही प्रार्थी का s.m.s. अस्पताल के मेडिकल बोर्ड के सामने दोबारा मेडिकल कराने को कहा है। हाई कोर्ट के जस्टिस गोवर्धन बाढदार ने यह निर्देश दिलीप सिंह की याचिका पर दिया। इस मामले में दिलीप के अधिवक्ता लक्ष्मीकांत शर्मा ने बताया कि प्रार्थी ने जिलेवार आयोजित कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के लिए कोटा और टोंक जिले से आवेदन किया था। 


दोनों जिलों में लिखित परीक्षा में पास होने के बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा हुई। इसमें 9 अप्रैल को कोटा आरएसी दूसरी बटालियन के लिए हुई दक्षता परीक्षा में उसकी लंबाई 168: 4 सेमी बताई गई। वही 13 अप्रैल को टोंक आरएसी की 9 वीं बटालियन के लिए हुई दक्षता परीक्षा में उसकी लंबाई। घटाते हुए 167:1  कर उसे चयन से वंचित कर दिया। इसे हाईकोर्ट में चुनौती देते हुए कहा कि किसी व्यक्ति की लंबाई 4 दिन में इतनी कम होना संभव नहीं है, लेकिन आयोजकों ने इसी अवधि के दौरान उसकी लंबाई कम कर दी।

ब्यूरो रिपोर्ट!