ब्यूरो रिपोर्ट

बीकानेर की धोबी तलाई में रहने वाले एक पिता ने अपने दो विवाहित बेटियों के साथ आत्महत्या करने के लिए पहले नींद की गोलियां खाई फिर ब्लेड से हाथ की नसें काटी । इस लोमहर्षक घटना में पिता और छोटी बेटी की मौत हो गई जबकि बड़ी बेटी की जान बच गई है।आत्महत्या के कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। लेकिन पुलिस का मानना है कि यह पारिवारिक परेशानी के चलते किया होगा । 27 मार्च को लाभूजी के कटले में मशीन लगाकर सिलाई का काम करने वाला शौकत अली अपनी दो विवाहित बेटियों जुनिया और बबली के साथ सामूहिक आत्महत्या करने के लिए पहले तो नींद की गोलियां खाई और बाद में हाथ की नसें काट ली । शौकत और जोनिया की मौत हो गई जबकि बबली को गंभीर हालत में पीबीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उसका इलाज कर बचा लिया गया है । कोर्ट गेट थाने के एसएचओ मनोज माचरा ने बताया कि 28 मार्च को सुबह  कोटगेट थाना में एक युवती का फोन आया उसने बताया कि धोबी तलाई के गली नंबर 21 में रहने वाले एक व्यक्ति ने अपने दो बेटियों के साथ आत्महत्या कर ली है। दरअसल फोन बबली ने ही किया था, लेकिन उसने अपना नाम नहीं बताया था। इस पर हेड कॉन्स्टेबल हरिराम मौके पर पहुंचे शौकत का घर अंदर से बंद था। पुलिसकर्मी ने दीवार फांद कर घर में गए वहां दो चारपाई पर पड़े थे, एक चारपाई पर शौकत का शव था जबकि दूसरी चारपाई पर जोनिया व बबली बेहोश पड़ी थी। मौके से दवाइयों के पत्ते और ब्लेड बरामद किए गए हैं । मौके पर एमओबी और एफएसएल की टीम ने भी जांच पड़ताल की है, लेकिन वहां कोई सुसाइड नोट अभी तक नहीं मिला है। आत्महत्या के कारणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है ओर बबली के बयानों का इंतजार किया जा रहा है।