हनुमानगढ़ से विश्वास कुमार की खबर,

हनुमानगढ जिला मुख्यालय के नजदीकी गांव चक ज्वालासिंह वाला में दो नाबालिक भाई-बहिन को बेचने व बालक प्रताड़ित करने का कथित गंभीर मामला सामने आया है।मामला चक ज्वालासिंह वाला गांव का है, जहां गांव के नजदीक एक व्यक्ति ने एक नाबालिक बच्चे को रोते बिलखते देखा तो,उक्त व्यक्ति द्वारा बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जितेंद गोयल को सूचना दी गई। जिस पर समिति अध्यक्ष जितेंद्र गोयल सहित CWC बैंच मजिस्ट्रेट की टीम के सदस्य प्रेमचंद शर्मा,विजय चौहान,अनुराधा सहारण ,सुमन सैनी  मौके पर पहुंचे व नाबालिक बालक से पूछताछ की तो बालक ने रोते-रोते आपबीती सुनाई व बताया कि पँजाब के लंबी गांव से किसी ने चक ज्वाला सिंह में उसे और उसकी बहिन को आज से 5-6  वर्ष पहले बेच दिया था,उसके बाद उसे लगातार परिवार द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है,उससे भेड़ें चरवाने का कार्य करवाया जाता है,और समय से खाना वगैरा नही दिया जाता और मारपीट भी की जाती है।और हमें अपने माता पिता तक का पता नही की हमारे माता पिता कोन है,और हमारा जन्म कहां हुआ है।इस मामले को लेकर बाल कल्याण समिति द्वारा हनुमानगढ टाउन पुलिस को बुलाया गया  व चक ज्वाला सिंह में पहुंचकर,जिनके द्वारा इन बच्चों को लाया गया उनसे पूछताछ की।

अध्यक्ष जितेंद गोयल ने जानकारी देते हुए बताया की,प्राम्भिक पूछताछ में 50 हजार रुपये देकर डेरा सच्चा सौदा,सिरसा से लाना बताया है।हलांकि मोके पर डेरा सच्चा सौदा से लाये जाने के कोई कागजात नही मिले है,लेकिन इस परिवार को पाबंद किया गया है,की वे कल तक बाल कल्याण समिति कार्यलय,हनुमानगढ पहुंचकर बच्चों को कहा से लाये किस से लाये सब दस्तावेज दिखाए।साथ ही बालिका से भी पूछताछ की गई है।हालांकि पूछताछ में बालिका को प्रताड़ित होने की बात बालिका की तरफ से सामने नही आई है।वह बालिका पढ़ाई भी कर रही है। अभी बालक को CWC की देखरेख में रखा गया है।साथ ही गोयल ने बताया है कि पूरे मामले की गहनता से पड़ताल कर मामले की तह तक पहुंचा जाएगा व जो भी प्रताड़ना व खरीद-फरोख्त का दोषी होगा।उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।