जयपुर. बीजेपी विधायक मदन दिलावर का रविवार को एक विवादित बयान सामने आया है..जिसमे दिलावर कह रहे है की यह ऐतिहासिक सत्य..BBC लिखता है की नेहरू परिवार से चंद्रशेखर आजाद के पारिवारिक संबंध' थे 

और कमला नेहरू आजाद को भाई मानती थी उन्होंने कहा कि आजाद के अंतिम संस्कार के वक्त कमला नेहरू की मौजूदगी भी बताई जाती है..उस समय पुरुषोत्तम दास टंडन भी अंतिम संस्कार के वक्त मौजूद थे...आजाद के शहीद होने पर प्रयाग में हड़ताल रखी गई थी..

उस हडताल को कमला नेहरू ने भी संबोधित किया था..दिलावर ने कहा कि चंद्रशेखर पर प्रमाणिक क़िताब अमर शहीद चंद्रशेखर आज़ाद' लिखने वाले विश्वनाथ वैशम्पायन लिखते है कि 'चंद्रशेखर आजाद पर 5 हजार रूपए का इनाम घोषित था 


 उन्होंने कहा कि 'सबसे पहले डिप्टी सुप्रीडेंट विशेश्वर सिंह को आजाद पर शक हुआ था 'उन्होंने एक व्यक्ति को देखा जिस पर उन्हें शक हुआ कि यह आज़ाद है' 'विश्वेश्वर ने यह बात लीगल सीआईडी एडवाइजर डालचंद को बताई..

जिस पर शक सही प्रतीत होने पर अंग्रेज़ अफसर नॉट बावर पहुंचे और प्रयाग के अल्फ्रेड पार्क में गोलीबारी हुई.जिसमे 3 पुलिसकर्मियों को मारने के बाद चारों ओर से घिरने पर आजाद ने खुद को गोली मारी आजाद नहीं चाहते थे कि अंग्रेजों की गोली उन्हें लगे  किसी भी इतिहासकार ने ऐसा नहीं लिखा है कि नेहरू के कारण आजाद की मौत हुई.