देश में आज लोकतंत्र खतरे में,,दिल्ली में किसान विरोधी सरकार मुख्यमंत्री गहलोत

चित्तौडग़ढ़ .राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहां कि  देश में नरेंद्र मोदी की  किसान विरोधी सरकार के कारण विगत 90 दिनों से देशभर में किसान धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर हैं। चित्तौड़गढ़ जिले के मातृकुंडिया में आयोजित किसान महासभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से केंद्र में नरेंद्र मोदी कि सरकार बनी है तब से लोकतंत्र खतरे में दिखाई दे रहा है। 


उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने चुनाव के समय किसानों की आय दुगनी करने की बात कही थी लेकिन आज इसके विपरीत उन्होंने तीन कृषि कानून बिल लाकर किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है। उन्होंने कहा कि अगर यह बिल लागू हो जाते हैं तो किसान अन्नदाता से मजदूर बन जाएगा और उसे अपनी जमीनों को बेचने पर मजबूर होना पड़ेगा।


उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के मंत्रियों ने विगत 90 दिनों से अपना धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों से खुले मन से बातचीत नहीं की जिसका नतीजा यह हुआ कि किसान वर्ग आज आक्रोशित दिखाई दे रहा है और यह आंदोलन अब दिल्ली से बढ़ता हुआ पूरे देश में फैलता जा रहा है, जिसकी जिम्मेदार नरेंद्र मोदी सरकार है। किसानों को लेकर जिस तरह से अभद्र भाषा का प्रयोग किया है वह अशोभनीय और अमर्यादित है। 


उन्होंने कहा कि राजस्थान में आगामी दिनों में होने वाले 4 सीटों के उप चुनाव मैं कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों को विजयी बना कर सरकार को और मजबूत बनाएं। गहलोत ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर इन उपचुनाव में भाजपा जीतने का सपना देख रही है तो उन्हें इस तरह का सपना देखने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि सरकार कांग्रेस की है तो काम भी कांग्रेस के विधायक की करवाएंगे। वही किसान महासभा को संबोधित करते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि केंद्र सरकार 3 कृषि कानून को ऑफ कर किसानों को मजदूर बनाने की ओर अग्रसर कर रही है, जबकि कांग्रेस पार्टी हमेशा से किसानों के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ी है। 


कुछ दिनों पहले भी कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान में कई किसान महा पंचायतों में भाग लेकर यह दिखा दिया है कि कांग्रेस इन बिलों का शुरू से विरोध करती आई है और करती रहेगी। इसी को लेकर आज चित्तौड़गढ़ के मातृकुंडिया में इस किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है, जिसमें जिस तरह से यह हुजूम देखने को मिला है उससे यही लगता है कि यह संदेश केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार तक पहुंचेगा कि किसान विरोधी आंदोलन की आग मेवाड़ तक भी पहुंच गई है । 

उन्होंने राजस्थान में होने वाले 4 सीटों के लिए विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों को विजयी बनाने का भी आह्वान किया और साथ ही उन्होंने कांग्रेस में किसी भी प्रकार की गुटबाजी नहीं होने का भी संदेश दिया कि आने वाले चुनाव में कांग्रेस एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी और सभी उपचुनाव में पार्टी को विजय मिलेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जो बजट पेश किया है उसमें सभी वर्गों के लिए ध्यान रखा गया है।

 इस किसान महासभा को कांग्रेस महासचिव अजय माकन, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, खेल राज्य मंत्री अशोक चांदना, महेंद्र सिंह मालवीय, पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास, सहित कई अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया ।